कृषि में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI): स्मार्ट खेती का भविष्य
1. परिचय
भारत सदियों से कृषि प्रधान देश रहा है। यहाँ की लगभग 60% आबादी सीधे-सीधे खेती पर निर्भर है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था में कृषि की हिस्सेदारी आज भी 17-18% तक है। लेकिन जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे खेती पर दबाव भी बढ़ रहा है। स्मार्ट खेती में AI
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खेती की ज़मीन सिकुड़ रही है।
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पानी की उपलब्धता घट रही है।
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जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के कारण मौसम अनिश्चित हो गया है।
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कीट और रोग फसलों को भारी नुकसान पहुँचा रहे हैं।
ऐसे समय में किसानों को नई तकनीकों की ज़रूरत है। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) इस दिशा में सबसे बड़ा बदलाव लेकर आया है स्मार्ट खेती में AI।
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Advanced technology |
2. कृषि में AI की ज़रूरत क्यों?
किसान परंपरागत रूप से अनुभव और मौसम के अनुमान पर खेती करते हैं। लेकिन अब परिस्थितियाँ बदल रही हैं:
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अनिश्चित मौसम: किसान पहले बादलों को देखकर अंदाज़ा लगाते थे, लेकिन अब बारिश अचानक आ जाती है या सूखा पड़ जाता है। AI Weather Forecasting Tool किसानों को advance में जानकारी दे सकते हैं स्मार्ट खेती में AI।
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पानी की समस्या: भारत में कई जगहों पर भूजल स्तर घट रहा है। AI Sensor आधारित Irrigation सिस्टम पानी की बचत करते हैं।
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खाद और दवाइयों का अत्यधिक उपयोग: किसान अक्सर बिना माप-तौल के दवा डाल देते हैं। AI आधारित Precision Farming हर पौधे की ज़रूरत के हिसाब से खाद-पानी देता है।
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बाज़ार की जानकारी: गाँव का किसान स्थानीय मंडी तक ही सीमित रहता है। लेकिन AI Platforms जैसे AgriTech Apps उसे पूरे देश के दाम बता सकते हैं।
3. AI क्या है और कृषि में कैसे काम करता है?
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का मतलब है – मशीनें इंसान जैसी सोच और सीखने की क्षमता विकसित करें।
खेती में इसका मतलब है:
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AI + Drone: ऊपर से खेत की High-Resolution तस्वीरें लेकर पौधों की सेहत का पता लगाना।
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AI + Sensor: मिट्टी की नमी, pH और Nutrient level मापना।
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AI + Software: डेटा का विश्लेषण करके किसान को सलाह देना – कब बोना है, कब काटना है, किसकी कीमत कितनी मिलेगी।
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AI + Robotics: मशीनें खुद से बुवाई, निराई और कटाई करें स्मार्ट खेती में AI।
👉 Example: अमेरिका में John Deere कंपनी ने AI Tractors बनाए हैं जो बिना इंसान के खुद खेत जोतते हैं। भारत में Mahindra भी इस दिशा में काम कर रही है।
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Dron System |
4. AI के उपयोग (Applications of AI in Agriculture)
(a) स्मार्ट फार्मिंग (Smart Farming)
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खेतों में लगे IoT Sensors मिट्टी और पौधों का Data Collect करते हैं।
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AI System बताता है कि किस खेत में कौन सी समस्या है।
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ड्रोन खेत की निगरानी करते हैं।
👉 उदाहरण: महाराष्ट्र में कई किसान Drone से Cotton और Soyabean पर कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं स्मार्ट खेती में AI।
(b) फसल और मिट्टी की निगरानी
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AI Apps मिट्टी की सेहत रिपोर्ट देते हैं।
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किसान जान सकते हैं कि किस खेत में कौन सी फसल सबसे ज़्यादा उपज देगी।
👉 Example: “Soil Health Card Scheme” में AI जोड़ने पर किसानों को Personalised Recommendation मिल सकती है।
(c) कीट और बीमारी की पहचान
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AI Image Recognition Technology पत्तियों की तस्वीर देखकर बीमारी बताती है।
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इससे किसान सही समय पर दवा डाल पाता है।
👉 Example: स्टार्टअप Plantix App किसानों को मोबाइल फोटो से फसल की बीमारी बताता है।
(d) मौसम की भविष्यवाणी
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AI Satellite Images और Historical Data से मौसम का अनुमान लगाता है।
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किसानों को advance alert मिलता है – बारिश कब होगी, तापमान कितना रहेगा।
👉 Example: “Skymet Weather” और “IBM Watson Agriculture” किसानों को ऐसी जानकारी दे रहे हैं।
(e) सिंचाई और पानी का प्रबंधन
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AI Smart Irrigation System तय करता है कि कितनी देर और कहाँ पानी देना है।
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इससे पानी की 40-50% तक बचत होती है।
(f) सप्लाई चेन और बाजार की जानकारी
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AI Market Analysis करता है और बताता है कि कौन सी फसल कब और कहाँ बेचनी चाहिए।
👉 Example: “Ninjacart” और “AgroStar” जैसे प्लेटफॉर्म किसानों को सीधा Retailers से जोड़ते हैं।
(g) प्रिसिशन फार्मिंग (Precision Farming)
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हर पौधे की ज़रूरत अलग होती है। AI Data Analytics से पता चलता है कि कहाँ कितनी खाद और पानी चाहिए।
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इससे उपज बढ़ती है और लागत घटती है।
5. AI से जुड़े उपकरण और तकनीक
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ड्रोन: खेत की हवाई तस्वीर और दवाई छिड़कने में उपयोग।
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स्मार्ट सेंसर: मिट्टी और पौधों का स्वास्थ्य जानने में मदद।
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AI मोबाइल ऐप्स: किसानों को Real-Time Data और सलाह।
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रोबोटिक मशीनें: बुवाई, कटाई और खरपतवार हटाने के लिए।
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AI चैटबॉट्स: किसानों के सवालों का जवाब उनकी भाषा में।
6. भारत और दुनिया में AI केस स्टडी
भारत में:
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CropIn: यह कंपनी किसानों को Satellite Data और AI की मदद से Advisory देती है।
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Fasal App: मौसम और फसल की निगरानी करता है।
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AgNext: फसलों की गुणवत्ता (Quality Grading) AI से करता है।
दुनिया में:
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अमेरिका: AI Robots से खरपतवार हटाया जाता है जिससे Chemical Use घटता है।
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चीन: लाखों किसान AI Mobile Apps से Weather और Market Updates लेते हैं।
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इज़राइल: Drip Irrigation + AI Systems से पानी का 70% तक बचत होती है।
7. AI के फायदे (Benefits)
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30-40% तक अधिक उत्पादन।
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50% तक पानी की बचत।
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समय और लागत दोनों कम।
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कीट और बीमारियों का जल्दी समाधान।
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मंडी में सही दाम।
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किसानों की आय में 2-3 गुना तक बढ़ोतरी संभव।
8. चुनौतियाँ (Challenges)
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महंगी तकनीक – छोटे किसान इसे खरीद नहीं पाते।
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ट्रेनिंग की कमी – ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को तकनीकी जानकारी नहीं होती।
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नेटवर्क और बिजली की समस्या – कई गाँवों में इंटरनेट और बिजली की कमी।
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डेटा प्राइवेसी – किसानों का डेटा कंपनियों द्वारा सुरक्षित रखना जरूरी है।
9. सरकार की पहल
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Digital Agriculture Mission 2021–2025
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Kisan Drone Yojana – किसानों को Subsidy पर Drone।
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E-NAM Portal – AI आधारित Market Platform।
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राज्य सरकारें भी Smart Village और Digital Farming प्रोजेक्ट चला रही हैं।
10. कृषि में AI का भविष्य
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2030 तक भारत की खेती का बड़ा हिस्सा Digital होगा।
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AI + Robotics से पूरी तरह Automatic Farming संभव।
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हर किसान के पास Mobile App से Real-Time Field Data होगा।
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Climate Change की चुनौतियों से निपटने के लिए AI अनिवार्य होगा।
11. निष्कर्ष
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) खेती को नया जीवन दे रहा है। यह किसानों के लिए समय बचाने, उत्पादन बढ़ाने और बाजार से जुड़ने का एक शक्तिशाली साधन है। हालाँकि लागत और ट्रेनिंग जैसी चुनौतियाँ हैं, लेकिन आने वाले समय में यह हर किसान की ज़रूरत बन जाएगा स्मार्ट खेती में AI।